शोभा तेरे रूप की बाबा, देख नाचे मन का मोर।
इत देखू उत देखू चारों ओर, तेरे जैसा बाबा ना कोई और।।
।। जय श्री श्याम।।
बाबा तेरी रहमतों के सहारे मैं पलता हूँ
और तेरा ही नाम लेकर आगे बढ़ता हूँ,
बाबा तू मुझसे नजर ना फेरना कभी,
इक तू ही है जिसके सहारे मैं चलता हूँ।
।। जय श्री श्याम।